अयोध्या, 22 अक्टूबर। अशफ़ाक़ उल्ला खा मेमोरियल शहीद शोध संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्य कांत पाण्डेय ने कहा कि सरकारें शहीदों के सरकारी भवनों पर नियंत्रण कर सकतीं है उनके विचारों पर नहीं कर पाएगी। उन्होंने संस्थान द्वारा आयोजित अमर शहीद अशफ़ाक़ उल्ला खा की 120 वी जयंती पर आरोप लगाया कि सरकार सांप्रदायिक एकता के सबसे बड़े प्रतीक अशफ़ाक़ के महिमामंडन से खौफज़दा है।
समाजसेवी राजेन्द्र प्रसाद यादव की अध्यक्षता तथा संस्थान के उपाध्यक्ष जसवीर सिंह सेठी के संचालन में हुए जयंती समारोह में श्री पाण्डेय ने कहा कि सरकार अशफ़ाक़ उल्ला खा के शहादत स्थल पर होने वाले आयोजन को सरकार विरोधी आयोजन मानकर षड्यंत्र के तहत उसपर रोक लगा रही है, । उन्होंने कहा कि सरकार को पूर्व की सरकारों से सबक लेना चाहिए जिन्होंने क्रातिकरियो का कोई स्मारक नहीं बनाया पर वो करोड़ों देशवासियों के दिलों में जिन्दा है और युवाओं के प्रेरणास्रोत है।
इसी मौके पर युवा छात्र नेता सुल्तान खान ने कहा आज युवाओं को शहीद अशफाक उल्ला खां के आदर्शो पर चलने की जरुरत है जो देश की नफरत वाली ताकतों का मुंहतोड़ तोड़ जवाब दे सके ।
रीडगंज स्थित अजीम कम्प्यूटर पर आयोजित कार्यक्रम में अमर शहीद अशफ़ाक़ उल्ला खा की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद संपन्न गोष्ठी को संस्थान के अध्यक्ष सलाम जाफरी, भाकपा माले नेता अतीक अहमद, जमशेद अहमद,रमाशंकर गुप्ता, किसान नेता अखिलेश चतुर्वेदी,विकास सोनकर, विनीत कनौजिया, मुशीर खान राजू, सुल्तान खान सहित कई लोगों ने विचार व्यक्त किया।